क्या भ्रूण हत्या जीव हत्या नहीं है ?
कन्या भ्रूण हत्या एक जीव हत्या है या नहीं ? मेरा यह अटल विश्वास है और मैं निश्चय पूर्वक कह सकता हूँ की यह एक जीव हत्या है, क्योंकि जिसमें विकास होता है वह इस धरती पर सजीव है! और भ्रूण के तो 9 महीनों का समय तो विकास से ही गुजरता है! जो विकास कर रहा है चाहे वह पेड़ पौधे ही क्यों न हो उनकी हत्या जीव हत्या का एक पुख्ता प्रमाण होता है !
क्या बेटी माँ-बाप के लिए अभिशाप है ?
आज माँ-बाप के लिए अपनी संतान के रूप में बेटी को अपनाना एक अभिशाप सा बन रहा है लेकिन बेटी अभिशाप नहीं बल्कि एक परिवार के लिए वरदान है ! आज माँ-बाप कन्या के भ्रूण की हत्या इस प्रकार करवा रहे हैं जैसे उन्होंने किसी जीव की हत्या न करके किसी घोर संकट से निवारण पाया हो ! अरे माँ-बाप बेटी को इसीलिए मरवाते हैं न की जब वो घर से विदा होगी तो कितना सारा दहेज़ लेकर जाएगी ! दहेज़ लेने वाले और देने वाले कौन हैं? आप ही तो हैं ! जब आपके बेटे की शादी होती है तो आप सीना तान कर दहेज़ की मांग करते हो तब तो यह ख्याल मन में नहीं आता की जिससे दहेज़ की मांग कर रहे हो वो भी तो किसी लड़की के माँ-बाप है!
भ्रूण हत्या की लहर को समाज से मिटाना होगा
भ्रूण हत्या की इस लहर की चपेट में जब हमने अपने ईष्ट मित्रों, सगे सम्बन्धियों के परिवारों को भी बहते देखा, जो धार्मिक और अहिंसक भावना रखते हुए भी भ्रूण हत्या करवाते हुए आंसू तक नहीं बहाते बल्कि इसे उचित ठहराने का प्रयास भी करते हैं तो हमारा हृदय अत्यंत व्यथित हो उठता है !
भ्रूण हत्या देश के लिए एक अभिशाप है
इन निरपराध, मासूम कन्याओं में संभवतः कोई महँ नारी व देश की निर्माता भी हो सकती है जिनकी गर्भ में ही हत्याओं को रोकने के लिए कुछ न कुछ प्रयत्न अवश्य किया जाना चाहिए !